तक तुम बोलो…
सुष्मिता- 4 बजे कर देखते हैं.. तब तक मैं सो रही हूं…
राहुल- 4 बजे तक ज्यादा लेट नहीं हो जाएगा?
सुष्मिता- तुम बोलो फिर
राहुल- थोड़ा पहले,
सुष्मिता- ठीक है तो तुम बताओ कब तक आओगे?
राहुल- आ तो अभी जाता हूं
सुष्मिता- 1 घंटा और देख लें क्या, इतनी जल्दी तो हल्की नहीं होने वाली ये नींद
राहुल- 3 बजे तक आ जाऊंगा, घर की गली में हूं, बोलो तो आऊं
सुष्मिता- कहां हो अभी?
राहुल- घर
सुष्मिता- कुछ समझ नहीं आ रहा क्या करें?
राहुल- तुम बोलो, वो सो रहा है अभी ये क्या कर रहा है?
सुष्मिता- सो रहा है
राहुल- बस फिर तुम अच्छे से सोच लो, फिर बोलो
सुष्मिता- शॉक के लिए बोल रहे हो?
राहुल- हां
सुष्मिता- मैं सोच रही थी की दवा से ही काम हो जाएगा, इसलिए तो इतनी देर रुकी.
राहुल- और दवाई खिला दो, एक साथ सारी की सारी, ट्राई करो अगर हो सकता है तो…
सुष्मिता- 2 या 2.5 ही बची है बस, उसने दही नहीं खाई वहां बेकार हो गई. एक बार चेक करो कि दवा खाने के बाद कितनी देर में डेथ होती है. उल्टी, पॉट्टी कुछ नहीं हो रहा उसे और डेथ भी नहीं हुई अभी तक.
राहुल- ऐसा तो कुछ आ नहीं रहा कि कब तक मरते हैं.
सुष्मिता- अच्छा, करंट के लिए कैसे बांधना है? बहुत धीरे सांस ले रहा है, चींटी काटी तो हिला था.
राहुल- जितनी दवा बची है सब दे दो.
सुष्मिता- मुंह नहीं खुलवा पा रही, पानी तो डाल पा रही हूं पकड़ कर, लेकिन दवा नहीं डाल पा रही. 5-6 बार कोशिश की है.
राहुल- फिर बिजली का झटका ही देते हैं, टाइम भी निकल रहा है सारा
सुष्मिता- तुम आ जाओ साथ मिलकर खिलाते हैं.
राहुल- चलो मैं आता हूं
सुष्मिता- यहीं मैसेज करना.
राहुल- गेट पर हूं
तो ये थी देवर राहुल और पत्नी सुष्मिता के चैट, जिसमें दोनों ने मिलकर पूरी हत्या की साजिश रची थी. सुष्मिता ने पहले पति को पहले तो 20-25 नींद की गोलियां दी. फिर चींटी काट के चेक किया कि वह ठिकाने लगा या नहीं. इसके बाद प्रेमी देवर को बुलाया पति को अपने हाथों से करंट दिया था. जिसके बाद करण की मौत हो गई.